दादू की पीठ दादू की पीठ
सुनो-सुनो ऐ! मोची-भाई कर दो जूतों की सिलाई! सुनो-सुनो ऐ! मोची-भाई कर दो जूतों की सिलाई!
दादू का घूम गया है माथा दादू का घूम गया है माथा
कैसे सुख-चैन से अड़ोसी-पड़ौसी सोते हैं, हम अपने सवालों पे रात भर रोते हैं, कैसे सुख-चैन से अड़ोसी-पड़ौसी सोते हैं, हम अपने सवालों पे रात भर रोते हैं,
माँ! बस्ते के बोझ तले मेरा बचपन दब रहा है, माँ! बस्ते के बोझ तले मेरा बचपन दब रहा है,
एक शाम जिंदगी, जिंदगी से टकरा गई देखकर इसके रंग-ढंग वह भी घबरा गई। एक शाम जिंदगी, जिंदगी से टकरा गई देखकर इसके रंग-ढंग वह भी घबरा गई।